रियो ओलंपिक में भारत की झोली में पहला पदक आ गया है। पहलवान साक्षी मलिक ने महिला फ्रीस्टाइल के 58 किलोग्राम वर्ग में भारत को कांस्य पदक दिलवाया। उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में किर्गिस्तान की ताइनिवेकोवा आइसिलु को 8-5 से हराया।
Rio Olympic 2016: खत्म हुआ भारत का इंतजार, साक्षी मलिक ने महिला कुश्ती में जीता ब्रॉन्ज मेडल
रियो ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने 58 किलो भार वर्ग की फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. ये कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं. साक्षी ने रेपचेज के फाइनल मुकाबले में किर्गिजस्तान की पहलवान एसुलू तिनिवेकोवा को मात देकर रियो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिलाया.
साक्षी ने रचा इतिहास
साक्षी ने किर्गिजस्तान की पहलवान के सामने जबरदस्त खेल दिखाकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया. पहले राउंड में वो किर्गिस्तान की पहलवान एसुलू तिनिवेकोवा से 0-5 से हार गईं थीं. दूसरे राउंड की शुरुआत में पिछड़ने के बाद साक्षी ने जबरदस्त वापसी की और 8-5 से दूसरा सेट जीतकर मुकाबला बराबर किया, और देश को कांस्य पदक दिलाकर भारत का रियो ओलंपिक में खाता खुलवाया.
साक्षी ने जबरदस्त खेल दिखाया
मंगोलियाई खिलाड़ी के खिलाफ साक्षी का पहले राउंड में मुकाबला 2-2 से बराबरी पर रहा, दोनों खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त जंग देखने को मिल रही थी. लेकिन मुकाबले के आखिरी क्षणों में साक्षी ने वो कर दिखाया, जो रियो में कोई भारतीय एथलीट नहीं कर पा रहा था. साक्षी की इस कामयाबी पर देश को सदा उन पर नाज रहेगा. इस मुकाबले में उन्होंने अपने जबरदस्त दांव लगाए और 12-3 से मुकाबला जीत कर इतिहास रच दिया. मेडल जीतने के बाद साक्षी ने कहा कि देश ने उन पर जो प्यार और भरोसा दिखाया है, उसकी वो हमेशा शुक्रगुजार रहेंगी.
अपना पहला राउंड 11-0 से जीतने वालीं विनेश के लिये यह बड़े दुर्भाग्य की बात रही कि उन्हें चोटिल होने के कारण चीन की यानन सुंग के खिलाफ अपना मुकाबला छोड़ देना पड़ा। उस समय विनेश 0-5 से पीछे थीं। विनेश को अपने पहले मुकाबले में ही कुछ चोट लग गई थी और क्वार्टर फाइनल में उनके घुटने की चोट ने उन्हें मुकाबले से बाहर कर दिया। विनेश को स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया। इसके साथ ही विनेश का अभियान का ओलंपिक में दुर्भाग्यपूर्ण अंत हो गया। वह अपनी विपक्षी से नहीं, बल्कि चोट से हार गईं।